टाइफाइड और डायरिया: दोनों के बीच का अंतर

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स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं में टाइफाइड और डायरिया काफी आम हैं, लेकिन इन दोनों बीमारियों के लक्षण, कारण, और उपचार में कई अंतर होते हैं। आज हम आपको इन दोनों बीमारियों के बारे में विस्तार से बताएंगे ताकि आप इनकी पहचान कर सकें और सही समय पर सही इलाज करा सकें। साथ ही, जानिए कैसे family health insurance plan आपको इन बीमारियों से संबंधित खर्चों से सुरक्षा दे सकते हैं।

टाइफाइड क्या है?

टाइफाइड, जिसे एंटरिक फीवर भी कहा जाता है, एक बैक्टीरियल संक्रमण है जो साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया से होता है। यह आमतौर पर संक्रमित पानी या भोजन के माध्यम से फैलता है। टाइफाइड के मुख्य लक्षण हैं:

  • लगातार बुखार (103-104 °F तक)
  • सिरदर्द और कमजोरी
  • पेट दर्द और भूख की कमी
  • त्वचा पर हल्के गुलाबी रंग के चकत्ते
  • कब्ज या कभी-कभी डायरिया

टाइफाइड का कारण और इलाज 

संक्रमित पानी और भोजन टाइफाइड के प्रमुख कारण हैं। यह बीमारी उन क्षेत्रों में अधिक होती है जहां स्वच्छता और जल की गुणवत्ता की कमी होती है। टाइफाइड के इलाज के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक्स और तरल पदार्थ लेने की सलाह देते हैं। गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है। टाइफाइड से बचाव के लिए इन बातों का ध्यान रखें:

  • साफ पानी का सेवन करें।
  • हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखें।
  • खाना अच्छी तरह पकाकर खाएं।

डायरिया क्या है?

डायरिया, जिसे हिंदी में अतिसार भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को बार-बार ढीले या पानी जैसे मल त्याग करने पड़ते हैं। यह स्थिति शरीर में पानी और पोषक तत्वों की कमी कर सकती है। बार-बार पतला दस्त, पेट में मरोड़ और दर्द, पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) और बुखार और कमजोरीडायरिया के कुछ प्रमुख लक्षण हैं। 

 

डायरिया के कई कारण हो सकते हैं, जैसे:

  • दूषित पानी या भोजन का सेवन
  • वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण
  • फूड प्वाइजनिंग
  • किसी दवा का साइड इफेक्ट

डायरिया का इलाज

डायरिया के इलाज के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा जिससे मरीज को जल्द-से जल्द ठीक किया जा सके और स्थिति गंभीर न हो:

शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए ORS का सेवन करें 

डायरिया में शरीर से बहुत ज़्यादा पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स (जैसे सोडियम, पोटैशियम, क्लोराइड) निकल जाते हैं, जिससे डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) हो सकती है। डिहाइड्रेशन एक गंभीर समस्या है जो थकान, चक्कर आना, कमजोरी, और गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती होने का कारण बन सकती है। इसलिए, शरीर में पानी की कमी को पूरा करना डायरिया के इलाज का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है।

ORS एक पाउडर होता है जिसमें ज़रूरी इलेक्ट्रोलाइट्स और ग्लूकोज का सही अनुपात होता है। इसे पानी में घोलकर पिया जाता है। यह शरीर में खोए हुए पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स को तेज़ी से वापस लाने में मदद करता है। यदि ORS उपलब्ध नहीं है, तो आप घर पर भी एक घोल बना सकते हैं:

  • 1 लीटर उबला हुआ पानी
  • 6 चम्मच चीनी
  • आधा चम्मच नमक

इस घोल को भी धीरे-धीरे पिएं।

हल्का और सुपाच्य खाना खाएं 

डायरिया के दौरान पाचन तंत्र कमज़ोर हो जाता है, इसलिए भारी और मसालेदार खाना खाने से बचना चाहिए। हल्का और सुपाच्य खाना खाने से पेट पर ज़्यादा दबाव नहीं पड़ता और पाचन क्रिया सुचारू रूप से चलती है।

 

क्या खाएं?

क्या न खाएं? 

चावल का पानी

तले हुए और मसालेदार भोजन

खिचड़ी

वसायुक्त भोजन

दही

दूध और डेयरी उत्पाद (कुछ मामलों में)

केला, सेब का मुरब्बा 

कैफीन 

उबले हुए आलू 

कच्चे फल और सब्जियां (कुछ मामलों में)

टोस्ट या सूप

अल्कोहल

गंभीर मामलों में डॉक्टर से परामर्श लें

ज़्यादातर मामलों में, डायरिया ORS और सही खान-पान से कुछ दिनों में ठीक हो जाता है। लेकिन, कुछ मामलों में डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है:

  • लगातार उल्टी: यदि आपको लगातार उल्टी हो रही है और आप ORS भी नहीं पी पा रहे हैं।
  • गंभीर डिहाइड्रेशन के लक्षण: जैसे बहुत ज़्यादा प्यास लगना, पेशाब कम आना, चक्कर आना, बेहोशी।
  • मल में खून आना: यदि आपके मल में खून आ रहा है।
  • तेज बुखार: यदि आपको तेज बुखार है।
  • लगातार डायरिया: यदि डायरिया 2-3 दिनों से ज़्यादा समय तक रहे।
  • शिशु और बच्चे: शिशुओं और बच्चों में डायरिया होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि उनमें डिहाइड्रेशन का खतरा ज़्यादा होता है।

डॉक्टर आपकी स्थिति का आकलन करके सही इलाज बताएँगे, जिसमें एंटीबायोटिक्स या अन्य दवाइयाँ शामिल हो सकती हैं।

टाइफाइड और डायरिया में अंतर

टाइफाइड और डायरिया दोनों ही खतरनाक बीमारियां हैं जिनका समय रहते इलाज करना बहुत ज़रूरी है।  आएं देखें इनमें क्या अंतर है: 

 

पैरामीटर

टाइफाइड

डायरिया

कारण

साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया

दूषित पानी, भोजन या वायरस

लक्षण

बुखार, सिरदर्द, त्वचा पर चकत्ते

बार-बार पतला दस्त, पेट दर्द

फैलाव का माध्यम

संक्रमित पानी और भोजन

दूषित पानी, भोजन, और संपर्क

इलाज

एंटीबायोटिक्स और तरल पदार्थ

ORS और दवा

गंभीरता

अधिक समय तक बुखार

पानी की कमी से कमजोरी

टाइफाइड और डायरिया से बचाव के उपाय

टाइफाइड और डायरिया से बचाव के लिए जो चार मुख्य बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है:

स्वच्छता का पालन करें

खाना खाने से पहले और खाना बनाने से पहले हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोना बहुत ज़रूरी है। ऐसा करने से हाथों पर मौजूद टाइफाइड के बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं। शौचालय का उपयोग करने के बाद, बच्चों के डायपर बदलने के बाद, और जानवरों या पालतू जानवरों को छूने के बाद भी हाथों को धोना चाहिए। केवल पानी से हाथ धोने से कीटाणु नहीं मरते, इसलिए साबुन का उपयोग आवश्यक है।

सुरक्षित पानी पिएं

टाइफाइड और डायरिया जैसी बीमारी दूषित पानी से फैलती हैं। इसलिए, केवल उबला हुआ या फ़िल्टर किया हुआ पानी ही पिएं। पानी को कम से कम एक मिनट तक उबालना चाहिए ताकि उसमें मौजूद बैक्टीरिया मर जाएं। यदि आप पानी उबाल नहीं सकते हैं, तो एक अच्छे क्वालिटी वाले वाटर फ़िल्टर का उपयोग करें जो बैक्टीरिया को हटा सके।

ताजा खाना खाएं

हमेशा ताजा बना हुआ और अच्छी तरह से पका हुआ खाना ही खाएं। कच्चा या अधपका खाना खाने से बचें, खासकर मांस, सीफ़ूड, और अंडे। कच्चे फल और सब्जियों को खाने से पहले अच्छी तरह से धो लें। यदि संभव हो तो उन्हें छीलकर खाएं। सड़क के किनारे बिकने वाले खाने से बचें, क्योंकि उनकी स्वच्छता का स्तर संदिग्ध हो सकता है।

टीकाकरण (Vaccination)

टाइफाइड से बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध है। डॉक्टर से सलाह लेकर टाइफाइड का टीका लगवाएं। यह टीका टाइफाइड से कुछ हद तक सुरक्षा प्रदान करता है, लेकिन स्वच्छता और सुरक्षित पानी पीने के नियमों का पालन करना भी ज़रूरी है। यदि आप ऐसे क्षेत्र में यात्रा कर रहे हैं जहाँ टाइफाइड का खतरा अधिक है, तो यात्रा से पहले टीकाकरण अवश्य करवाएं।

निष्कर्ष

टाइफाइड और डायरिया दोनों ही स्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्याएं हैं, लेकिन सही जानकारी और सतर्कता से इनसे बचा जा सकता है। यदि आप या आपका परिवार इन बीमारियों की चपेट में आते हैं, तो बिना देर किए डॉक्टर से परामर्श करें। इसके साथ ही, best health insurance plans का चयन करना न भूलें, ताकि आप इलाज के खर्च की चिंता से मुक्त रह सकें।

निवा बूपा के हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्स फॉर फैमिली आपको और आपके परिवार को टाइफाइड और डायरिया जैसी बीमारियों के इलाज के खर्च से सुरक्षा देते हैं। अभी ही निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्स का चयन करें और अपने परिवार की सेहत का ध्यान रखें।

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